
रोज़गार के अभाव में पलायन के कारण मारोठ के कई परिवारों के भवन हुए वीरान
मारोठ (हितेश रारा) मारोठ की प्राचीन धरोहरें आज जर्जर और वीरान हो रही हैं। रोजगार के अभाव में पलायन के कारण मारोठ के कई परिवार दूसरे शहरों में बस गए हैं, जिनके बने हुए मकान आज वीरान और जर्जर अवस्था में पड़े हैं। मारोठ की हर गली-मोहल्ले में एक खंडहर और वीरान मकान नजर आता है, जो कभी भी गिर सकते हैं।

प्राचीन स्कूल भवन भी जर्जर अवस्था में
मारोठ के निवासी राधेश्याम सैन ने बताया कि उप तहसील और पुलिस थाना मारोठ के आने-जाने वाले मार्ग पर स्थित प्राचीन स्कूल भवन आज अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है। स्कूल भवन काफी जर्जर अवस्था में हो चुका है और मार्ग से हर समय आने-जाने वालों का जमावड़ा लगा रहता है। भवन गिरने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
वीरान भवनों की भरमार
ग्रामीण हितेश ने बताया कि तेरापंथी मंदिर के पास, जैन मोहल्ले के पास, उप तहसील के पास सहित कई मोहल्ले हैं जहां पर आज भी वीरान भवन पड़े हैं। इन भवनों की देखभाल न होने के कारण ये जर्जर अवस्था में पहुंच गए हैं और कभी भी गिर सकते हैं।
क्या प्रशासन करेगा कोई कार्रवाई?
मारोठ के निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इन वीरान और जर्जर भवनों की देखभाल की जाए और इन्हें गिरने से बचाया जाए। देखना यह है कि प्रशासन इन मांगों पर कोई कार्रवाई करता है या नहीं।


Author: Aapno City News
