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जीवन में संपूर्णता का रास्ता है अष्टांग योगयोग के माध्यम से शरीर और मस्तिष्क के बीच संतुलन स्थापित होता है

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जयपुर,  योग केवल आसन या व्यायाम नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक दर्शन है जो शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन स्थापित करने में मदद करता है। यह बात भारत सरकार, योग सर्टिफिकेशन बोर्ड द्वारा प्रमाणित योग शिक्षक व एग्जामिनर घनश्याम चौधरी ने मीरा बाल मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित योग प्रशिक्षण शिविर में कही।

श्री चौधरी ने बताया कि योग के आठ अंग हैं – यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि। इनमें से प्रत्येक अंग का अपना विशेष महत्व है और ये सभी मिलकर शरीर और मन को स्वस्थ और संतुलित बनाने में मदद करते हैं।

योगासन खेल के नेशनल रेफरी श्री चौधरी ने योग साधकों को सूर्य नमस्कार, भस्त्रिका, कपालभाति, उज्जायी, भ्रामरी, अनुलोम विलोम प्राणायाम जैसे सूक्ष्म व्यायामों का अभ्यास कराया और उनकी सावधानियों और लाभों के बारे में बताया।

इस अवसर पर श्री ललित भारती ने आभार और धन्यवाद दिया। योग अभ्यास सत्र में श्याम सुंदर, रामेश्वर भाटी, रूपा चौधरी, रेखा, हुकमाराम, रुपाराम, रामप्रकाश, सहदेव राम सहित कई योग साधक मौजूद थे।

Aapno City News
Author: Aapno City News

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