
मेड़ता में मीरा जयंती महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें शहरवासियों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। राजपूत समाज द्वारा छात्रावास से भारी संख्या में नाचते गाते और भक्ति में लीन होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए चारभुजा मंदिर ध्वजा लेकर पहुंचे।
चारभुजा मंदिर पहुंचने पर मीरा जयंती महोत्सव समिति के पदाधिकारी और शहर वासियों द्वारा राजपूत समाज का भव्य स्वागत किया गया। मंदिर के शिखर पर ध्वजा लगाई गई और उसके बाद रजत रेवाड़ी की स्थापना के साथ ही सात दिवसीय अखंड भजन कीर्तन प्रारंभ किया गया।
मीरा जयंती महोत्सव के भव्य आगाज के बाद दीपदान कार्यक्रम हुआ। देरानी तालाब सरोवर पर एक साथ 5100 से ज्यादा दीये जगमगाए। इससे पहले पुष्कर से आए कलाकारों के साथ विदेशी कलाकारों ने नगाड़ा वादन से सभी में उत्साह भर दिया। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई महाआरती के बाद दीपदान कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
ध्वजारोहण के बाद रजत रेवाड़ी की स्थापना की गई जो सात दिवसीय अखंड भजन कीर्तन का प्रतीक है। समाज की महिलाएं, पुरुष और बच्चों की बारियों के हिसाब से 24 घंटे तक भजन कीर्तन होगा। शहर भक्ति में डूबा रहेगा। साथ ही संध्या में प्रतिदिन देश के ख्याति प्राप्त भजन कलाकारों द्वारा भजनों की प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
मां आरती के मुख्य यजमान रजत शर्मा परिवार हैं, जिनके साथ उमा शर्मा, डॉ. एमएल शर्मा, डॉ. अनिरूद्ध शर्मा और अभिषेक शर्मा भी शामिल हैं। इन सभी ने मिलकर इस महोत्सव को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यह आयोजन 521वीं मीरा जयंती महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है, जिसमें देश-विदेश के साथ ही भारी संख्या में साधु संत और श्रद्धालु भी भक्त शिरोमणि मीराबाई के महोत्सव में आशीर्वाद लेने आते हैं।


Author: Aapno City News
